WhatsApp For NEWS & ADS

WhatsApp For NEWS & ADS 9669966214

संघर्ष और आस्था का संगम :धरना स्थल पर ही नारी शक्ति ने आयोजन किया करवाचौथ का

समर्थन मूल्य धान खरीदी कंप्यूटर ऑपरेटर संघ का अनिश्चितकालीन आंदोलन:  धरना स्थल पर ही नारी शक्ति ने  आयोजन किया करवाचौथ का!!!



समर्थन मूल्य धान खरीदी कंप्यूटर ऑपरेटर संघ द्वारा अनिश्चितकालीन आंदोलन आज 33वें दिन में प्रवेश कर चुका है। अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर तुता धरना स्थल पर डटे कर्मचारियों का हौसला कम नहीं हुआ है। खासकर महिला कंप्यूटर ऑपरेटरों ने आज करवा चौथ के अवसर पर अपने संघर्ष में एक नया अध्याय जोड़ते हुए धरना स्थल पर ही व्रत और पूजा का आयोजन किया।

पति की दीर्घायु की कामना के साथ साथ, महिला कर्मचारियों ने अपने आंदोलन की मांगों को भी पूजा में शामिल किया। महिलाओं ने व्रत के दौरान अपने संघर्ष को जारी रखते हुए करवा चौथ की परंपराओं का पालन किया, जो उनके समर्पण और दृढ़ निश्चय को दर्शाता है। पूजा अर्चना के साथ, उन्होंने अपने पति की लंबी उम्र के साथ अपनी दो सूत्रीय मांगों की मंजूरी की प्रार्थना भी चल रही है।

संघर्ष और आस्था का संगम 

महिला आपरेटरों का यह कदम न केवल उनकी संस्कृति और परंपराओं के प्रति निष्ठा को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि संघर्ष के समय में भी वे अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों को एक साथ निभाने में सक्षम हैं। धरना स्थल पर करवाचौथ मनाने का यह दृश्य समाज को यह संदेश दे रहा है कि नारी शक्ति केवल घर और परिवार तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में बदलाव लाने की भी शक्ति रखती है।

धरना स्थल पर इस अनूठी पूजा के बाद संघ के सदस्य और आंदोलनकारी और अधिक दृढ़ता के साथ अपनी मांगों को लेकर जुटे हुए हैं।

धरना स्थल पर अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रही नारी शक्ति ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अगर महिलाएं अपने अधिकारों के लिए खड़ी हो जाएं, तो कोई भी ताकत उन्हें रोक नहीं सकती। करवा चौथ के पावन अवसर पर धरने में शामिल महिलाओं ने न केवल अपनी परंपराओं का पालन किया, बल्कि समाज को एक सशक्त संदेश भी दिया—"जो नारी शक्ति से टकराएगा, उसका राज खत्म हो जाएगा।"



नारी शक्ति की यह एकजुटता और साहस दिखाता है कि महिलाएं किसी भी संघर्ष में कमजोर नहीं हैं। वे समाज की रीढ़ हैं, और जब अपने अधिकारों और सम्मान के लिए खड़ी होती हैं, तो दुनिया का कोई भी तंत्र उन्हें नहीं दबा सकता।

नारी शक्ति का हौसला

धरना स्थल पर करवाचौथ के दौरान महिलाओं का हौसला देखने लायक था। प्रांतीय संघबके सदस्य अंजनी यादव जी ने बताया आंदोलन में डटी महिलाओं ने बताया कि करवाचौथ का पर्व सिर्फ उनके पतियों की लंबी आयु के लिए नहीं, बल्कि उनके अधिकारों और इस आंदोलन में सफल होने के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "हम त्यौहार मना रहे हैं, लेकिन अपने अधिकारों से भी समझौता नहीं करेंगे।"



सरकार से समाधान की मांग

धरने में शामिल महिलाओं का कहना है कि वे तब तक धरना स्थल पर डटी रहेंगी जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। "हमारे लिए यह हड़ताल सिर्फ एक आंदोलन नहीं, बल्कि एक मिशन है। जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जातीं, हम यहां से नहीं हटेंगे," एक ऑपरेटर ने कहा।

इस करवाचौथ के अवसर पर महिलाओं ने धरना स्थल को पूजा स्थल में बदलकर यह साबित कर दिया कि उनकी आस्था और संघर्ष एक-दूसरे के पूरक हैं। करवाचौथ के इस अनूठे आयोजन ने आंदोलन को एक नया रूप दिया और यह संदेश दिया कि नारी शक्ति किसी भी परिस्थिति में झुकने वाली नहीं है।

धरना स्थल पर महिलाओं का यह अनूठा करवाचौथ पूजन समाज को यह संदेश देता है कि अब नारी शक्ति जाग चुकी है और वह हर मोर्चे पर डटकर खड़ी रहेगी। "जाग नारी जाग" के नारे के साथ इन महिलाओं ने दिखा दिया कि अब कोई भी उनके अधिकारों और सम्मान को नजरअंदाज नहीं कर सकता।


Post a Comment

0 Comments

Below Post Ad