
करेंट अकाउंट
करंट अकॉउंट की सुविधा बिज़नेस चलाने वाले ग्राहकों को प्रदान की जाती है| यह रोजमर्रा के बिजनेस ट्रांजेक्शन करने की सहूलियत देता है। करेंट अकाउंट में जमा पैसे को कार्यालयीन समय में बैंक की शाखा या एटीएम से निकाला जा सकता है।
खाताधारक कितनी भी बार चाहें पैसे को निकाल / जमा कर सकते हैं |
सेविंग अकाउंट -
बचत खाता निजी कार्यों के लिए ज्यादा उपयोग किया जाता है | ग्राहकों द्वारा यह खाता बचत करने के उद्देश्य से खोला जाता है| बैंक द्वारा ग्राहकों को इसमें चेक सुविधा भी प्रदान की जाती है
रिकरिंग डिपाजिट (आवर्ती जमा) खाता :-
आवर्ती जमा (रिकरिंग डिपॉजिट) एक जमा योजना है,जहां पैसे जमा होने पर बैंक आपको इसका निश्चित ब्याज के साथ राशि वापस करता है| इसमे राशि पूर्णांक में जमा की जाती है
फिक्स्ड डिपॉजिट
फिक्स्ड डिपॉजिट सबसे सुरक्षित इन्वेस्टमेंट में से एक है, जो उच्चतम स्थिरता प्रदान करता है फिक्स्ड डिपॉजिट पर सुनिश्चित रिटर्न प्राप्त होती है, इसमें में ग्राहकों को अधिकतम दर पर ब्याज प्रदान किया जाता है।
डबल डिपाजिट
डबल डिपाजिट मूल अवधि के अंत में मूलधन पर उच्च ब्याज प्रदान करता है, क्योंकि इसमें ब्याज तिमाही आधार पर चक्रवृद्धि होता है, अमतौर पर बैंकिंग संस्थाओं में निश्चित अवधि के लिए रकम जमा करना होता है। इस तरह के डिपाजिट में मिलने वाला ब्याज अंततः पैसा दोगुना कर देता है, टर्म के अंत में ग्राहक को पैसे वापस सौंप दिए जाते हैं। जमा करने का अवधि चुनने की खाताधारक को छूट दी जाती है, इसमें जमा की अवधि जितनी अधिक होती है ब्याज भी उतना अधिक होता है। जमा पर अर्जित ब्याज को योजना में पुनः निवेशित किया जाता है, डबल डिपाजिट में रिटर्न की दर नियमित एफडी स्कीमों से अधिक होती है।
नो फ्रिल एकाउंट
नो फ्रिल खाते का उद्देश्य निम्न आय वाले ग्राहकों को बुनियादी बैंकिंग सेवा प्रदान करना है। इससे निम्न आय वाले लोगों को वित्तीय संस्थानों द्वारा प्रदान की जाने वाली क्रेडिट व बचत कार्यक्रमों का लाभ उठाने का अवसर प्रदान होता है। इस खाते के लिए मासिक औसत बैलेंस की आवश्यकता शून्य होती है ।